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वयस्कों में टॉन्सिलाइटिस

टॉन्सिलाइटिस टॉन्सिल्स की सूजन और लालिमा (प्रदाह) है। यह तब होता है जब टॉन्सिल वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाते हैं। आपके टॉन्सिल आपके गले के पीछे 2 गुलाबी, अंडाकार लिम्फ ग्रंथियाँ हैं। वे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। यह प्रणाली बीमारी से लड़ने में आपके शरीर की सहायता करती है। टॉन्सिल तब प्रतिक्रिया करते हैं जब कीटाणु आपकी नाक और मुँह के अंदर चले जाते हैं।

टॉन्सिलाइटिस बहुत आम है। यह प्रायः बच्चों में देखा जाता है, लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है।

टॉन्सिलाइटिस का कारण बनने वाले वायरस और बैक्टीरिया आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे में जा सकते हैं।

मौखिक गुहा और टॉन्सिल की तुलना सूजे हुए गले और बढ़े हुए टॉन्सिल के साथ करते हुए खुले मुँह के साथ चेहरे के सामने का दृश्य।

टॉन्सिलाइटिस का कारण क्या होता है?

टॉन्सिलाइटिस प्रायः एक वायरस के कारण होता है।

टॉन्सिलाइटिस का कारण बनने वाले सामान्य वायरस में शामिल हैं:

  • कोल्ड वायरस

  • एडिनोवायरस

  • एप्स्टीन-बर्र वायरस

  • संक्रामक मोनोन्यूक्लियोसिस

  • हरपीज़ सिंप्लेक्स वायरस

  • साइटोमेगालोवायरस

  • खसरा

कुछ मामलों में, टॉन्सिलाइटिस बैक्टीरिया द्वारा होता है। बैक्टीरियल टॉन्सिलाइटिस को अक्सर स्ट्रेप थ्रोट कहा जाता है। टॉन्सिलाइटिस का कारण बनने वाले बैक्टीरिया का सबसे आम प्रकार ग्रुप A बीटा-हीमोलाइटिक स्ट्रेप्टोकोकस है। बैक्टीरिया हवा में छोटी-छोटी बूंदों के माध्यम से फैलते हैं। ऐसा तब होता है जब संक्रमण से पीड़ित कोई व्यक्ति खाँसता या छींकता है। इसे भोजन या पेय पदार्थ साझा करके भी फैलाया जा सकता है।

टॉन्सिलाइटिस के लक्षण

लक्षण इस बात पर निर्भर करेंगे कि आपको किस प्रकार का टॉन्सिलाइटिस है। टॉन्सिलाइटिस के कई प्रकार हैं।

एक्यूट टॉन्सिलाइटिस

इस प्रकार के टॉन्सिलाइटिस के लक्षण अक्सर कुछ दिनों में दूर हो जाते हैं। लेकिन वे 2 सप्ताह तक रह सकते हैं। कुछ मामलों में, लक्षण उपचार किए जाने के बाद वापस आ जाते हैं। इसे एक्यूट रिकरंट टॉन्सिलाइटिस कहा जाता है। लक्षणों में शामिल हैं:

  • बुखार

  • गले में खराश

  • बदबूदार साँस

  • निगलने में परेशानी

  • द्रव हानि (डीहाइड्रेशन)

  • गरदन में दुःखते हुए लिम्फ नोड्स

  • थकान

  • खर्राटे मारना, स्लीप एप्निया, या मुँह से साँस लेना

  • सफेद धब्बे, मवाद, या लाल टॉन्सिल

  • शरीर पर एक लाल ददोरा

क्रॉनिक टॉन्सिलाइटिस

इस प्रकार के लिए संक्रमण या प्रदाह कुछ महीनों तक रहता है। लक्षणों में शामिल हैं:

  • गले में लंबे समय तक रहने वाली खराश

  • बदबूदार साँस

  • गरदन में लंबे समय तक दुःखते हुए लिम्फ नोड्स

  • टॉन्सिल पर इकट्ठे होते हुए बैक्टीरिया और अवशेष। इसे टॉन्सिल स्टोन्स कहा जाता है।

पेरिटॉन्सिलर एब्सेस

यह टॉन्सिलाइटिस का एक गंभीर रूप है। यह तब होता है जब टॉन्सिल के चारों ओर मवाद की एक पॉकेट (एक फोड़ा) बन जाती है। आपको तुरंत उपचार की ज़रूरत होती है। यह फोड़े को आपके वायुमार्ग को अवरुद्ध करने से रोकने में सहायता कर सकता है। लक्षणों में शामिल हैं:

  • गले में गंभीर दर्द

  • मुँह खोलने में परेशानी

  • लार टपकाना

  • दबी हुई आवाज़

  • साँस लेने में कठिनाई

  • एक टॉन्सिल बड़ा दिखाई दे सकता है

टॉन्सिलाइटिस का निदान करना

यदि आपको लक्षण हैं तो अपने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से मिलें। या किसी कान, नाक, और गले के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता (ENT या ओटोलैरींगोलॉजिस्ट) से मिलें।

प्रदाता आपके लक्षणों के बारे में पूछेगा। वे किसी सूजन और संक्रमण के लिए आपके कान, नाक, और गले की जाँच भी करेंगे। तब प्रदाता आपके टॉन्सिल या आपके गले के पीछे की तरफ फाहा लगाएगा। इस नमूने को प्रदाता के कार्यालय में स्ट्रेप थ्रोट के लिए जाँचा जा सकता है। इसे रैपिड स्ट्रेप टेस्ट कहा जाता है। कुछ ही मिनटों में परिणाम तैयार हो जाते हैं। लेकिन यह टेस्ट फाल्स निगेटिव्स हो सकते हैं। यदि परिणामों के बारे में कोई प्रश्न है तो प्रदाता नमूने को टेस्ट करने (थ्रोट कल्चर) के लिए किसी प्रयोगशाला को भी भेजेगा। प्रयोगशाला के परिणाम आने में 24 घंटे या इससे अधिक का समय लगेगा। लेकिन थ्रोट कल्चर अधिक सटीक होता है।

टॉन्सिलाइटिस के लिए उपचार

उपचार इस बात पर निर्भर करेगा कि टॉन्सिलाइटिस किस कारण से हो रहा है। यदि यह बैक्टीरिया के कारण होता है तो फिर आपका प्रदाता आपको ठीक होने में सहायता करने के लिए एंटीबायोटिक्स प्रेस्क्राइब कर सकता है। भले ही आप बेहतर महसूस करना शुरू कर देते हैं फिर भी सभी दवाएँ ख़तम करें।

किसी वायरस के कारण होने वाले टॉन्सिलाइटिस में एंटीबायोटिक्स काम नहीं करते हैं। इस तरह का संक्रमण प्रायः अपने आप ठीक हो जाता है। घर पर देखभाल ही वह सब हो सकता है जिसकी आपको ज़रूरत है। आराम और तरल पदार्थ भी मदद कर सकते हैं। घर पर आपके लक्षणों को कम करने में सहायता करने के लिए इन सुझावों का पालन करें:

  • खूब आराम करें।

  • पानी, सूप, शोरबा, और शहद और नींबू वाली चाय जैसे बहुत से तरल पदार्थ खूब पीएँ।

  • आइसक्रीम, ऐप्पल सॉस, और फ्लेवर वाले जिलेटिन जैसे नरम खाद्य पदार्थों को खाएँ।

  • नमक वाले गर्म पानी से गरारे करें।

  • गले के दर्द के लिए ओवर-द-काउंटर थ्रोट स्प्रे या लोज़ेंजेज़ का उपयोग करें।

  • बुखार और दर्द के लिए निर्देशानुसार ओवर-द-काउंटर दवा लें।

  • हवा को नम रखने के लिए कूल-मिस्ट ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें।

गंभीर मामलों में, व्यक्ति डीहाइड्रेट हो सकता है या उसका वायुमार्ग अवरुद्ध हो सकता है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की ज़रूरत हो सकती है।

यदि आपको इनमें से कुछ भी हो तो टॉन्सिल को हटाने के लिए सर्जरी (टॉन्सिलेक्टोमी) की ज़रूरत हो सकती है:

  • क्रॉनिक टॉन्सिलाइटिस

  • टॉन्सिलाइटिस जो वापस आता रहता है

  • ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया

  • एक्यूट रिकरंट टॉन्सिलाइटिस

यदि आपको पेरिटोन्सिलर फोड़ा है तो फोड़े को बाहर निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है।

टॉन्सिलाइटिस को रोकना

टॉन्सिलाइटिस अपने आप नहीं फैल सकता है। लेकिन इसे पैदा करने वाले वायरस और बैक्टीरिया, अन्य लोगों तक पहुंच सकते हैं।

कोई भी टीका या दवा टॉन्सिलाइटिस को नहीं रोक सकती है। ये सुझाव टॉन्सिलाइटिस का कारण बनने वाली बीमारी को फैलने या पकड़ने से आपको बचा सकते हैं:

  • जितना संभव हो बीमार व्यक्ति से दूर रहें।

  • किसी भी बीमार व्यक्ति के साथ बर्तन, पीने के गिलास, टूथब्रश, या अन्य व्यक्तिगत वस्तुओं को साझा न करें।

  • अपने हाथों को सही ढंग से धोएँ। उन्हें साबुन और साफ पानी से बार-बार कम से कम 20 सेकंड तक धोएँ। जब आप अपने हाथों को न धो सकें तो कम से कम 60% अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।

  • जब आप खाँसते या छींकते हैं तो अपना मुँह ढक लें।

911 पर कॉल करें

यदि निम्नलिखित में से कोई होता है तो 911 पर कॉल करें:

  • साँस लेने या बोलने में परेशानी

  • निगलने या अपना मुंह खोलने में परेशानी

  • सूजा हुआ मुँह और गला

  • लार टपकाना

अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को कब कॉल करें

निम्नलिखित में से कोई भी होने पर तुरंत अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को कॉल करें:

  • 100.4°F (38°C) या इससे अधिक, या आपके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्देशित किए गए अनुसार बुखार

  • गाँठ जो बड़ी हो जाती है

  • ख़राब होता हुआ गले का दर्द या गरदन का दर्द

  • अपना मुँह पूरी तरह से खोलने में असमर्थ। यह लॉकजॉ या ट्रिज़्मस कहलाता है।

  • गर्दन में अकड़न

  • रक्तस्राव

  • निगलने में दर्द

  • बहुत बीमार महसूस करना

  • 2 दिनों से अधिक समय तक गले में खराश

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